तुलसीदास को नही योगीजी को लिखनी चाहिये थी रामचरित्र मानस- हेमलता

Spread the love

SPOT LIGHT 24
रिर्पोट पंकज ब्यूरो चीफ
कानपुर

कानपुर नगर, राम चरित्र मानस ग्रन्थ को तुलसी दास जी को नही बल्कि योगी आदित्यनाथ को लिखनी चाहिये थी, जो वोट के लिए हनुमानजी को दलित बोला है। यह बात अपने सम्बोधन में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की कोषाध्यक्ष हेमलता शुक्ला ने एक कार्यक्रम के दौरान कही।
उन्होने कहा कि आज यह बहुत ही अफसोस के साथ बोलना पड रहा है कि एक पढे लिखे धर्म के पुजारी जो शास्त्रों का ज्ञान रखता हो तथा उत्तर प्रदेश की कमान संभालने वाले गोरखपुर का मठ चालने वाले तथा भगवा धारण करने वाले जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री है, वो योगी आदित्यनाथ आज सत्ता के लाभ में इतना मदहोश हो गये है कि दलित वोट पाने के लिए राम भक्त हनुमान को दलित बो दिया। हेमलता ने कहा कि क्या जाते है योगी हनुमानजी के बारे में। कहा मुझे यह प्रतीत होता है कि राम चरित्र मानस ग्रन्थ तुलसी दास को नही बल्कि योगीजी को ही लिखनी चाहिये थे। आज उन्होने वोटो के लिए हनुमानजी को दलित बोला है, कल वोट के लिए षंकर जी को भी दलित बोलेंगे क्यूंकि हनुमानजी रूद्र अवतार है। कहा ये भारतीय जनता पार्टी ने वोट के लिए इंसानो को क्या भगवान को भी नही छोडा है। उन्होने ईश्वर से प्रार्थना की कि योगी आदित्यनाथ को सद्बुद्धि प्रदान करे।