SPOT LIGHT 24
रिर्पोट पंकज ब्यूरो चीफ
कानपुर
कानपुर नगर, एक तरफ मोदी सरकार स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत मिशन पर काम कर रही है वहीं कानपुर में ठीक इसके विपरीत हो रहा है। क्या अधिकारी और क्या कर्मचारी सभी लापरवाही की चादर ओढे है। शहर भी में कूडे और गंदगी से क्या दशा है यह किसी से छिपा नही हैं भले ही अधिकारी खोलले दावे और सरकार को झांसा देने में कामयाब हो रहे हो लेकिन हकीकत कानपुर की सडकों पर देखने को मिलती है। न समय पर सफाई हो रही है न कूडे का उठान हो रहा है। इतना ही नही जिनके नाम पर सफाई का बीडा उठाया गया उनकी ही प्रतिमा स्थल का नराजा हकीकत बयां कर रहा है।
कानपुर के फूलबाग में गांधी प्रतिमा स्थल है जहां आये दिन सामाजिक संगठनो, राजनीतिक दलों तथा अन्य प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन होता रहता है। यहां गांधी स्थल की देख-रेख के लिए चैकीदार भी है। बीते तीन-चार दिनो से यहां सफाई नही हुई। चारो ओर कूडा- पानी के पाउच, खाने के डिब्बे व अन्य कचरा बुरी तरह फैला हुआ है। चैकीदार से पंूछने पर उसने कहा सफाई की जिम्मेदारी मेरी थोडी नही है और यह नजारा एक दिन का नही है। सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के कारण गांधी प्रतिमा स्थल पर रोज झाडू तक नही लगती ऐसे में गांधी जी की प्रतिमा धूल-धूसित होकर महज एक मूर्ति की तरह ही खडी है।
धरना-प्रदर्शन करने वालो के लिए नही कोई नियम
फूलबाग स्थित गांधी प्रतिमा शहर का एक मुख्य स्थान है। यहां हमेशा राजनैतिक, गैर राजनैतिक व सामाजिक संगठनो के कार्यक्रम होते रहते है, लेकिन विभाग द्वारा कार्यक्रम करने वाले लोगो के लिए कोई नियम लागू नही किया गया है। चैकीदार केवल गेट खोलने और बंद करने का काम करता है और कुछ नही। जब सरकार द्वारा पाॅलीथीन पर प्रतिबंद्ध लगाने की बात कही जा रही है। गांधी प्रतिमा स्थल पर ख्ुालेआम नियमों का उल्लघंन किया जा रहा है। धरना-प्रदर्शन करने वाले अपने साथ खाने पीने की सामग्री लाते है पानी के पाउच आदि का उपयोग कर वहीं फेंक देते है। किसी अधिकारी द्वारा कोई निरीक्षण न होने के कारण यहां साफ-सफाई रहती है, पौधों को नियमित पानी दिया जाता है या नही कोई देखने वाला नही है और कर्मचारी काम नही करते। वहीं कोई सख्ती या नियम न होने के कारण यहां कार्यक्रम करने वाले भी गंदगी फैलाते है और चले जाते है।