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रिर्पोट पंकज ब्यूर् चीफ
कानपुर
कानपुर नगर, भारतीय बाल रोग अकादमी द्वारा हैलट अस्ताल के बार रोग विभाग में चाईल्ड एडोल्सेंट केयरवीक के अवसर पर प्रेसवार्ता में डा0 यशवन्त राव डा0 राज तिलक, डा0 अमित चावला, डा0 रोली मोहन, डा0 रूपा डालमिया, डा0 अनुराग मेहरोत्रा आदि ने अकादमी के उददेश्यो और क्रिया कलापो से अवगत कराया।
डा0 राज ने कहा अकादमी का उददेश्य बाल्यावस्था से किशोर अवस्था तक होने वाले शारीरिक व मानसिक विकास को सुदृढ करना है। बाल दिवस सप्ताह के तहत बाल्यकाल लडके एवं लडकियो ं के किशोरावस्था में सर्वांगीण विकास हेतु अभिभावकों एवं समाज को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, डा0 यशवन्त ने कहा किशोरावस्था 12 से 19 वर्ष तक होगी है और इसमें ही हर प्रकार का विकास होता है। बालक भविय में जो कुछ हेाता है उसकी पूरी रूपरेखा किशोरावस्था में बन जाती है। डा0 अमित चावला ने कहा बालक का जीवन दो नियमों के अनुसार विकसित होता है एक परिपक्वता व दूसरा सीखने का नियम। बताया बाल सप्ताह में अकादमी द्वारा क्रम वार 15 नवम्बर तक विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है जिसमें रैली, संगोष्ठी, अभिभावको संग वार्ता, छात्रो संग वार्ता अगल-अलग स्कूलो और नर्सिंग होमो में की जायेगी। यवुको तथा अभिभावकों को किशोरावस्था के निमयो से अवगत कराया जायेगा। डा0 रोली मोहन ने बताया कि किशोर बालक को बौद्धिक विकास पर्याप्त होता है। किशोर बालक में अभिनय करने, भाषण देने तथा लेख लिखने की सहज रूचि होती है। कुशल शिक्षक इन साधनो के द्वारा किशोर का बौद्धिक विकास करते है। डा0 अनुराग मेहरोत्रा ने डाटर्स डे की थीम इम्प्रूविंग यंग गल्र्स लर्न लच से नो के विषय तथा रैली की जानकारी दी तथा डा0 रूपा डालमिया ने इस वर्ष की थीम नाईदर एण्ड एडल्ट नाॅज अ चाईल्ड देयर गाइड के विषय में संक्षेप में बताया तथा कार्यक्रम विवरण की जानकार दी।