SPOT LIGHT 24
बदायूँः
24 फरवरी।

परिषदीय विद्यालयों में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन हेतु जनपद स्तरीय दक्षता परीक्षा में कुल जनपद के 271 परीक्षार्थी शामिल हुए। कक्षा 6 से 8 तक के प्रत्येक कक्षा के टॉप 20 बच्चे चुने गए। शिक्षा कंपटीशन करके जनपद में शिक्षा का वातावरण बदलना है। जनपद के लोग जब तक शिक्षित नहीं होंगे तब तक जिला आगे नहीं बढ़ेगा। जीजीआईसी कॉलेज में विद्यालयों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का जिला अधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत ने अवलोकन किया।

रविवार को कक्षा 6, 7 एवं 8 की राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में जिला स्तरीय दक्षता परीक्षा कराई गई तथा बच्चों एवं अभिभावकों, शिक्षकों एवं अतिथिगणां को भोजन भी कराया गया और परीक्षा में सफल टॉप 20 बच्चों को जिलाधिकारी आवास पर सम्मानित किया गया। कक्षा 6 के प्रथम सक्षम आर सिंह विकासखंड कादरचौक उच्च प्राथमिक विद्यालय मुस्कारा के, द्वितीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बादुल्लागंज के दक्ष शर्मा एवं तृतीय स्थान पर उच्च प्राथमिक विद्यालय ककोड़ा के आशीष कुमार रहे, कक्षा 7 की प्रथम विकासखंड कादरचौक उच्च प्राथमिक विद्यालय असरासी की सलोनी, द्वितीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बादुल्लागंज के शहनवाज हुसैन एवं तृतीय विकासखंड दहगवां उच्च प्राथमिक विद्यालय जरीफनगर के राजकुमार रहे, कक्षा 8 के प्रथम विकासखंड कादरचौक उच्च प्राथमिक विद्यालय बादुल्लागंज के लविश भारती, द्वितीय उच्च प्राथमिक विद्यालय असरासी के अर्जुन शाक्य एवं विकासखंड आसफपुर उच्च प्राथमिक विद्यालय बसौमी के आदित्य नारायण तृतीय स्थान पर रहे। दक्षता परीक्षा में कक्षा 6, 7 एवं 8 के प्रथम को दस-दस हजार एवं द्वितीय स्थान पाने वाले को 5-5 हजाए एवं तृतीय स्थान पाने वाले को 3-3 हजार रुपए आकांक्षा समिति की अध्यक्षा जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह की धर्म पत्नी विजया सिंह ने धनराशि एवं डिक्शनरी बच्चों को प्रदान की। प्रत्येक कक्षा के 20-20 बच्चों को सदर विधायक महेश गुप्ता, शेखूपुर विधायक धर्मेंद्र शाक्य, भाजपा जिलाध्यक्ष हरीश शाक्य जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी, विजया सिंह बेसिक शिक्षा अधिकारी रामपाल राजपूत, आकाश वर्मा, रजनी मिश्रा सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों ने टॉप 20 बच्चों को एक-एक साइकिल, प्रमाण पत्र देकर तथा माला पहनाकर सम्मानित किया।

इस कार्यक्रम में सभी अतिथिगणों ने बच्चों के शिक्षा के प्रति अपने अपने विचार व्यक्त किए। दक्षता परीक्षा कराने से अध्यापक एवं बच्चों में पढ़ने पढ़ाने में कंपटीशन होगा और रुचि बढ़ेगी। विद्यालयों में शिक्षा का वातावरण बदलना है। समाज जब तक शिक्षित नही हो जब तक जिले की तरक्की नही होगी। सभी अभिभावकों को अपने बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय पढ़ने अवश्य भेजना है। लोग शिक्षित होंगे तभी जिला, प्रदेश और देश आगे बढ़ेगा। अभिभावक बीड़ी, गुटखा, तंबाकू एवं शराब का सेवन करते हैं ऐसे लोग नशा करना छोड़ दे जिससे उनके बच्चों में सुधार आ सके। अभिभावकों को बच्चों के प्रति खानपान प्रति ध्यान रखें बच्चों का स्वास्थ्य ठीक होगा तभी वह लोग पढ़ने लिखने में आगे बढ़ेंगे।