SPOT LIGHT 24
बदायूँः
22 फरवरी।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत गांवों में लेखपाल द्वारा किए जा रहे किसानों की खतौनी के सत्यापन में कृषक घोषणा पत्र लेखपाल से लेकर और भर कर स्वयं नहीं जमा करेगा तो लेखपाल की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। गांव में लेखपाल सत्यापन का कार्य करने जाए तो रोजगार सेवक नलकूप चालक पंचायत सचिव सहित ग्राम पंचायत के समस्त अधिकारी कर्मचारी गांव में उपस्थित होकर लेखपालों का सहयोग करें।
शनिवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के डाटा सत्यापन के संबंध में बैठक आयोजित की गई। उन्होंने समस्त लेखपालों को डाटा सत्यापन के संबंध में कड़े निर्देश दिए कि गांव-गांव तथा घर-घर जाकर किसानों का सत्यापन करेगे। किसान भी यह सुनिश्चित करे कि लेखपाल से घोषणा पत्र लेकर तथा उसे समय से स्वयं भरकर या भरवा कर लेखपाल के पास जमा नही करते हैं तो किसान स्वयं जिम्मेदार होगा लेखपाल की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि लेखपाल गांव में किसानों का डाटा सत्यापन करने जाएं, तब रोजगार सेवक नलकूप चालक पंचायत सचिव सहित ग्राम सभा के अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहेंगे। इनमें से कोई भी समय से उपस्थित रहने में लापरवाही करता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने लेखपालों को निर्देश दिया गए कि डाटा का सत्यापन करते समय किसान का बैंक खाता खता खतौनी सहित अन्य डिटेल सही सही भरकर लोकवाणी तथा जन सेवा केंद्र से ऑनलाइन पोर्टल पर फिर भी कराएं। उन्होंने कहा कि जितने भी मानक पात्रता के दिए गए हैं वह मानक सभी पूर्ण होने चाहिए तभी किसानों को लाभ मिलेगा। परिवार के पति पत्नी तथा नाबालिग बच्चों की भूमि एक साथ मानी जाएगी तथा बालिक बच्चों को अलग अलग उनके भूमि नाम होने और दो हेक्टेयर से कम भूमि होने पर ही योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि बिना घोषणा पत्र के भरे किसी भी किसान को योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत, अपर जिलाधिकारी प्रशासन रामनिवास शर्मा, जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार सहित समस्त तहसीलदार मौजूद रहे।