जम्मू-कश्मीर में 20 साल में सबसे बड़ा आतंकी हमला, CRPF के 27 जवान शहीद, 45 से ज्यादा जख्मी

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JAMMU KASHMIR

     बताया जा रहा है कि आतंकियों को इस हमले के लिए लोकल लेवल पर मदद मिली है. पहले सड़क किनारे खड़े एक गाड़ी में IED प्लांट किया गया था. सीआरपीएफ का काफिला जब इधर से गुजरा, तो वहां ब्लास्ट हो गया.

जम्मू-कश्मीर में 20 साल में सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है. पुलवामा में अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने IED से हमला किया. जानकारी के मुताबिक,

आधिकारिक रूप से शहीदों का आंकड़ा 30 बताया जा रहा है.

लेकिन, सीआरपीएफ कंट्रोल रूम समेत तमाम सूत्रों और एजेंसियों के मुताबिक, अब तक कम से कम 27 जवान शहीद हो चुके हैं.

ये आंकड़ा आगे बढ़ सकता है. आतंकी संगठन जैश-ए- मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है

उरी के बाद इसे पहला इतना बड़ा हमला माना जा रहा है. 18 सितंबर 2016 को हुए उरी हमले में कुल 19जवान शहीद हो गए थे.

बताया जा रहा है कि सीआपीएफ के काफिले में 70 से ज्यादा गाड़ियां शामिल थीं,

जिसमें 2500 से ज्यादा जवान सवार थे. ये सभी छुट्टियां खत्म कर ड्यूटी पर लौट रहे थे. जानकारी के मुताबिक,

आतंकियों ने पहले सुरक्षाबलों की एक गाड़ी को निशाना बनाया है. फिर ताबड़तोड़ फायरिंग भी की.

ऐसी खबरें आ रही हैं कि आतंकियों ने IED के साथ ग्रेनेड भी फेंका. हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है. घायल जवानों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जा रहा ब्लास्ट के लिए आतंकियों को स्थानीय लोगों से मिली थी मदद

पुलवामा में उरी जैसा बड़ा धमाका

इस हमले को उरी के बाद अब तक का सबसे बड़ा धमाका बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक,

करीब एक हफ्ते पहले खुफिया एजेंसी ने संसद भवन पर हमले के दोषी अफजल गुरु और जेकेएलएफ के संस्थापक मोहम्मद मकबूल भट्ट की फांसी की बरसी (9 फरवरी) को लेकर अलर्ट जारी किया था

इसमें साफ कहा गया था कि आतंकियों ने हमले का प्लान बनाया है. खुफिया एजेंसियों ने कहा था कि आतंकी जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के काफिले और उनके आने जाने के रास्ते पर IED से हमला कर सकते हैं.

इन जिलों में हाई अलर्ट
इस हमले के बाद सेना ने जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर ट्रैफिक रोक दिया है और सर्च ऑपरेशन चला रही है.

वहीं, अवंतिपोरा, पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और श्रीनगर जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है.

पुलवामा हमला: जिस काफिले पर हुआ हमला उसमें शामिल थी 70 बसें और 2500 जवान

बताया जा रहा है कि सड़क किनारे खड़ी एक गाड़ी में IED प्लांट किया गया था. सीआरपीएफ का काफिला जब इधर से गुजरा, तो वहां ब्लास्ट हो गया. काफिले की कई गाड़ियां भी इस ब्लास्ट की चपेट में आ गईं.

आतंकियों को लोकल लेवल पर मिली थी मदद
इस हमले में को अंजाम देने वाला एक लोकल आतंकी बताया जा रहा है. उसका नाम आदिल अहमद उर्फ वकास कमांडो है. जैश ए मोहम्मद के प्रवक्ता ने स्थानीय न्यूज एजेंसी को दिए गए एक बयान में इसकी जानकारी दी. उनके मुताबिक, आदिल अहमद पुलवामा के गुंडई बाग का रहने वावा है. उसका एक फोटो भी सामने आया है. इसमें वह अपने आपको जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर बता रहा है और लिखा, ‘गिन रखा है अपने लहू का हर कतरा हमने, न बख्शे हमारे शहीद हमें, जो हमने तुमको एक-एक कतरा गिनवाया नहीं – जाहिद बिन तलहा’

बता दें इससे पहले पुलवामा के ही एक निजी स्कूल के अंदर धमाका हुआ था. जिसमें लगभग 10 बच्चे जख्मी हुए थे. साथ ही आज इंफाल के कांचीपुर में एक स्कूल के बाहर IED बम मिलने की सूचना मिली थी. पुलवामा में बम धमाके के बाद सुरक्षा बल ज्यादा सतर्कता बरत रहे हैं.

फोटो-घटना को अंजाम देने वाला आतंकी