बैकों की ताला बंदी से करोडो का लेन-देन प्रभावित

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SPOT LIGHT 24
रिर्पोट पंकज ब्यूरो चीफ
कानपुर

कानपुर नगर, यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स के अवाहर पर नगर की बैंके बंद रही। इलाहाबाद बैंक स्टाफ एसो0 द्वारा इलाहाबाद बैंक मण्डलीय कार्यालय, बडा चैराहा पर धरना प्रदर्शन एवं एक दिवसीय पूर्ण हडताल की गयी तथा अधिकारी व कर्मचारी संगठनो के सदस्यों द्वारा नारेबाजी कर प्रदर्शन किया गया।
बताया गया कि यह हडताल सरकार द्वारा बैंकों के आपस में विलय करने के विरोध में की गयी। सरकार द्वारा देना बैंक एवं विजया बैंक के बैंक आफ बडौदा में विलय का प्रस्ताव पास हो चुका है तथा अन्य सरकारी बेंकों का भी आपस में विलय कर उनको निजी हाथों में पूंजीपतियों को सौंपने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार द्वारा एसबीआई में उसके पांस सहयोगी बैंक को पहले ही विलय किया जा चुका है, जिसके परिणाम स्वरूप स्टेट बैंक को हजारो करोड का घाटा उठाना पडा तथा बैंक की ग्राहक सेवा पर भी प्रतिकूल प्रभाव पडा। कहा सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण अधिकारियों व कर्मचारियों का उत्पीडन किया जा रहा है। हडताल के फलस्परूप बैंक की सभी शाखाओं में पूर्णतयः तालाबन्दी रही तथा करोडो रू0 का नगद लेन-देन, आरटीजीएस, एनईएफटी एवं समाशोधन चेकों का भुगतान नही हो सका। हडताली कर्मचारियों में पीएन सिंह, अरूण कुमार बाजपेई, धर्मराज पाण्डेय, एचएन अग्रवाल, केएस त्रिपाठी, अशोक श्रीवास्तव, महेश कुशवाहा, वीके शुक्ला, अमर बहादुर सिंह, पीके गुप्ता, अविनाश बाजपेयी, रमेश कुमार, अजय, पूरन लाल आदि ने सम्बोधित किया।