SPOT LIGHT 24
मंडी
कई सालों से माँ की प्राकृतिक पिंडियो(माँ एकादशी,,माँ बज्रेश्वरी जी ,,माँ भद्रकाली) को लेप लगता आ रहा है,,देव स्थान के पीठाधीश श्री ललित सोनवाल ने बताया कि
जब माँ ने चंड मुंड ,महिंशाशुर,,मधु कैटभ,,जैसे दैत्यों के साथ युद्ध किया था उस समय माँ के शरीर में घाव हुए थे उन घावों को भरने के लिए देवताओ ने माँ के शरीर में घृत का लेप किया था,इसी कारण ही माँ को घृत मंडल अर्पित किया जाता है,फिर ये घृत 7 दिन बाद भगतो में बाँट दिया जाता है जो की चर्म रोगों से मुक्ति दिलाता है।सभी भगतो को घृत मंडल उत्सव की बोहत बोहत वधाई