विभागीय जिम्मेदारों को नही दिखायी देते अवैध कब्जे मंदिर की दीवार पर किया कब्जा, प्रतिमाओ को ठककर खुली पान की दुकान

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SPOT LIGHT 24
रिर्पोट पंकज ब्यूरो चीफ
कानपुर

कानपुर नगर, गलियों, मोहल्लो और सडको की बात छोडिये मुख्य मार्गो तथा चैराहो पर अवैध कब्जे भी नगर निगम के जिम्मेदारो को नही दिखायी देते है या वह देखना नही चाहते है। यही हाल पुलिस का भी है कि उनके सामने अवैध कब्जे हो जाते है लेकिन उन्हे इससे कोई मतलब नही होता है। यू ंतो घण्टाघर चैराहे के चारो ओर भीषण अतिक्रमण और अवैध कब्जो का जंजाल फैला है, लेकिन घण्टाघर चैराहा से टाटमील जाने वाली रास्त के रेलवे गोदाम साइड दीवाल के किनारे अभी नये अवैध कब्जे किये गये है। दजर्ना गुमटिया लग चुकी है और ठेलो पर सामग्री बेंची जा रही है। सडक के दूसरी तरफ का हाल भी कम अच्छा नही है यहां फुटपाथ के साथ सडकों पर खाने की दुकाने लगी है।


अति व्यस्त चैराहा घण्टाघर पर रोजना नई नई जगहो पर अतिक्रमण होता जा रहा है और यह अतिक्रमण स्थानीय पुलिस के संरक्षण में होता है। सूत्रों की माने तो घण्टाघर चैराहा के चारो ओर लगने वाली अवैध गुमटी, ठेले और पक्के कब्जे पुलिस की देन है उन्हे रोजाना, हफ्ते या महीनो में बडी रकम मिलती है सो कब्जेदार भयमुक्त होकर अतिक्रमण करते है। इसी प्रकार कलक्टर गंज सुरसा मंदिर जो मुख्य चैराहे पर बना हुआ है और यह कलक्टरगंज, घण्टाघर, धनकुटटी, जीटी रोड का मुख्य चैराहा है यहां सुरसा मंदर के बाहर छोटे से चैराहे पर अतिक्रमण का यह हाल की दुकानदार ने मंदिर की प्रतिमाओं को ही ठक दिया और पान की दुकान लगा दी। लोगो की माने तो वह व्यापारी क्षेत्र है और भीड-भाड वाला भी है। पान की दुकान के कारण चैराहे पर वाहन खडे होते है जिससे अन्य वाहनो और लोगो को निकलने में परेशानी होती है लेकिन मंदिर की दीवार और फुटपाथ पर यह अतिक्रमण न तो पुलिस और न ही नगर निगम के अधिकारियों को दिखायी देता है। यह बानगी मात्र है पूरा शहर अवैध कब्जो और अतिक्रमण की गिरफ्त में है।