मैं आसमान वाले से बहुत डरता हूँ,इसलिए ज़मीन वालों से नहीं डरता, सिर्फ इज़्ज़त करता हूं-आविद रजा

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SPOT LIGHT 24

बदायूं

पूर्वमंत्री आबिद ने 17 दिसम्बर को बदायूँ लोकसभा के अंतर्गत विल्सी विधानसभा, और 18 दिसम्बर को विसौली विधानसभा सभा के ग्राम घुरनपुर,शुजातगंज मेला,नसीरपुर गौसू, भीकमपुर,जोनेरा,इस्माईलपुर, पुसगँवा , उरैना,उदयपुर, सिसय्या , हथरा, लहरा, सुरसेना आदि 15 गांवो का दौरा कर जनसभाएं की। जनसभाओं में पूर्व मंत्री आबिद रज़ा को सुनने के लिए भारी भीड़ उमड़ी।

नौजवानों में खासतौर से आबिद रज़ा का क्रेज़ इस ठंड के मौसम में साफ नजर आया क्योकि आबिद के साथ सेल्फी व फ़ोटो लेने की होड़ नज़र आ रही थी।

जनसभाओं को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री आबिद रजा ने कहा प्रजातंत्र के देश में चुनाव में वोट की बहुत अहमियत होती है क्योंकि तुम्हारा वोट तुम्हारा 5 साल का मुस्तकबिल तय करता है। तुम्हारे बच्चों का भविष्य तय करता है। किसान ,मजदूर, गरीब, बेरोजगार, मुसलमान की अगली 5 साल की जिंदगी खुशहाल गुजरेगी या नहीं यह तय करता है। इसलिए वोट को बहुत सोच समझ कर देना चाहिए। इसलिए मैं मजदूर, किसान, गरीब ,मजलूम की आवाज बन कर आया हूं। अगर कोई नेता आपके वोट से पहले जीत चुका हो तो दोबारा वोट देते समय उससे अपने वोट का हिसाब मांगना चाहिए अपने वोट की हिस्सेदारी के हिसाब से तुम्हें भागीदारी 5 साल में मिली या नहीं। तुम्हारे गांव, मोहल्ले में क्या क्या काम किया तुम्हारे गांव में किसी की नौकरी लगी, तुम्हारे गांव में किसी का लाइसेंस बनवाया, तुम्हारे गांव में किसी खुशी या किसी गम में शरीक हुए या नहीं। लोकसभा के चुनाव में जीतने वाले नेता ने केंद्र सरकार से लोकसभा के माध्यम से क्या काम करवाया यह देखना चाहिए।

खासतौर से मुसलमानों ने अपने वोट का हिसाब मांगना बंद कर दिया है । इसलिए नेता तुम्हारे दिए वोट के साथ नाइंसाफी करने लगे । जो कौमे एकजुट होकर जिस नेता को चुनाव जिता कर अपने वोट का हिसाब मांगती हैं। अपने वोट की हिस्सेदारी से अपनी भागीदारी तय करती हैं। देश व प्रदेश में सिर्फ उन्हीं कौमो की तरक्की हुई है

हमें हर हाल में 2019 में भाजपा का सफाया करना है। सेकुलर हिंदू और मुसलमान दोनों भाजपा से तंग आ चुके हैं। किसानों को अपनी फसल का वाजिब मूल्य नहीं मिल रहा है ।बेरोजगार ,मजदूर ,गरीब भाजपा सरकार में बेहद परेशान हैं ।2014 के चुनाव में जो भाजपा ने बेरोजगार ,बेघर लोगों से ,किसानों से, जो वादे किए थे उन्हें पूरा न करके उन्हें धोखा दिया है ।देश की आर्थिक स्थिति को भाजपा ने बहुत नीचे पहुंचा दिया है। इसीलिए देश की जनता चाहे वह किसी धर्म का हो भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है ।

बदायूं जिले में हिंदू और मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं से भी खिलवाड़ किया जा रहा है हिंदू धर्म की आस्था के प्रतीक “मां गंगा ” का कटान किया गया ।मुसलमानों को मंच से गालियां दी जा रही हैं ।जिसने हुजूर की शान में गुस्ताखी की उस गुस्ताख ए रसूल रामेश्वर यादव की जमानत में एक बड़े नेता ने मदद की । ऐसे नेताओं को भी हम सबको मिलकर बदायूं से मुक्ति दिलानी है ।खासतौर से मुसलमानों से अपील की अगर तुम्हें भी सत्ता का मजा चखना है तो तुम्हें सेकुलर हिंदुओं से दोस्ती करनी होगी उन्हें अपना सियासी साथी बनाना होगा, गरीब हिंदू लोगों के सुख दुख में शरीक होकर उनके दिलों में अपनी जगह बना कर सियासत में आ

गे बढ़ सकते हो ।

पूरा जिला जानता है जब भी हमने जनता के साथ नाइंसाफी देखी तो हमने जनता की लड़ाई लड़ी ।

जब शहर में अंडरग्राउंड केबल बिना गुणवत्ता के डाली जा रही थी। चाहे जब हिंदू धर्म की आस्था का प्रतीक” मां गंगा ” काटी जा रही हो ,चाहे मुसलमानों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की गई हो ,गुस्ताख ए रसूल रामेश्वर यादव की जमानत में सहयोग करने वाले के खिलाफ आवाज उठाते वक्त हमने यह नहीं देखा सामने कितना बड़ा नेता खड़ा है । क्योंकि आबिद रज़ा सिर्फ आसमान वाले से डरता है ।जमीन वालों से नहीं डरता। सिर्फ इज्जत करता है जो नेता जमीन पर रहने वाले लोगों के साथ नाइंसाफी करते हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं जमीन पर रहने वाले इंसानों के साथ नाइंसाफी करना बंद कर दो। वरना आसमान वाला तुम्हारे खिलाफ जब इंसाफ करेगा तब दुनिया की कोई ताकत तुम्हें नहीं बचा पाएगी।

मैं बड़े बड़े नेताओं से कहना चाहता हूं ओहदे की कुर्सी पर बैठ कर कुर्सी की ताकत का नाजायज फायदा उठाकर सच को बार-बार हराना बंद कर दें वरना आसमान वाला कुर्सी ही नहीं रखेगा।

इन जनसभाओं में हामिद अली पूर्व प्रधान, मुबारक अली समीर अहमद, छोटन खान, अली रजा, अब्दुल रऊफ अब्दुल कुड्डूस ,नियाज मोहम्मद ,पुत्तन खान, साबिर खान प्रधान, वाजिद प्रधान ,वाहिद अली खान, अब्दुल नबी, मुहम्मद नबी, मल्लू ,मोहम्मद हनीफ, वासिफ अली, शाह मोहम्मद ,अशरफ प्रधान, जमील अहमद पूर्व प्रधान, सुलेमान, कमरुल पूर्व प्रधान, दिलशाद, नाजिर, छोटे , अरशद ,जब्बार, मुख्तार भाई पूर्व प्रधान, कौसर, वाहिद, मोहम्मद नबी ,हाजी सुलेमान अली ,नबी मोहम्मद, यासीन, शरीफ ,भूरे अंसारी, मममन खान प्रधान, आबिद खान, मंजूर खान ,मोहम्मद यासीन, मस्तान शेर ,फराज बलि, इरशाद, हाफिज सत्तार, नवी जान, यामीन मंसूरी बाबू ,शहजाद ,नूर हसन, असगर ,चंद्रपाल, राजा राम ,श्रीवास्तव ,मुख्तार अंसारी, कल्लू हसन, नबी जान आलम , प्रेम सिंह, कुंदन खान,फुरकान अली सलमानी, चांद खान ,सलमान ,मोहम्मद यामीन प्रधान, मुन्ना, दफेदार अहमद ,शेख अंसार खान, लल्ला मियां, माजिद खान ,मोहम्मद हसन ,मौसम खान, नवी हसन, आबिद खान ,सत्तार पूर्व प्रधान ,अबरार खान, नासिर ,असलम खान, अमजद खान, गुड्डू भाई फौजी , हाजी नाजिम इशहाक पहलवान, गुड्डू पठान , आरिफ खान, वाहिद खान, नदीम मंसूरी, इरफान खान ,चंद्रसेन, राकेश, मुशीर अंसारी, भूरे मंसूरी ,शकील खान, जमील मंसूरी, अजमल खान, सलमान क़ुरैशी, शमीम, अत्तन,इकबाल, रियाज सैफी, गच्छन , सलीम खान, तारिक एडवोकेट, मुन्ने प्रधान, जावेद प्रधान, इशरत भाई, नवाब भाई आदि मौजूद रहे।