बाल आश्रमों के 20 मेधावी छात्रों को मिलेगी एकमुश्त छात्रवृतिः मुख्यमंत्री

Spread the love
SPOT LIGHT 24
शिमला
  16 नवम्बर, 2018
     राज्य सरकार मुख्यमंत्री बाल उद्धार योजना के तहत बाल आश्रमों की संयुक्त योग्यता सूची में आने वाले 10 छात्रों और 10 छात्राओं प्रत्येक को 10000 रुपये की एकमुश्त छात्रवृति प्रदान करेगी। यह छात्रवृति बाल आश्रम/बाल गृह में 8वीं से 12वीं कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह बात राज्य के अनाथ आश्रमों में रहने वाले बच्चों की राज्य स्तरीय खेलकूद व सांस्कृतिक प्रतियोगिता के समापन अवसर पर आज यहां टुटीकण्डी के बालिका आश्रम में कही। यह प्रतियोगिता महिला एवं बाल कल्याण निदेशालय ने आयोजित की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आश्रमों में रहने वाले विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए हर सम्भव सहायता प्रदान करेगी ताकि वह अपनी आजीविका चलाने में सक्षम बन सकें।
उन्होंने कहा कि ऐसे छात्रों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए आवश्यक है कि उन्हें अच्छे अध्यापक उपलब्ध करवाएं जाएं और उन्हें देश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा कराई जाए ताकि वह भारत के अनूठे रीति-रिवाजों को देख व महसूस कर सकें। जय राम ठाकुर ने कहा कि दिवाली के मौके पर भी वह इस आश्रम में आए थे और छात्रों की प्रतिभा से बेहद प्रभावित हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 48 पंजीकृत आश्रम हैं, जिनमें से सात राज्य सरकार चला रही है। राज्य सरकार द्वारा संचालित इन आश्रमों में रहने वाले छात्रों को सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं प्रदान करना सुनिश्चित बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बिना किसी आय सीमा के 70 वर्ष से अधिक आयु के बजुर्गों को प्रतिमाह 1300 रुपये की सामाजिक सुरक्षा पैंशन दे रही है।
उन्होंने 1500 छात्रों को इस वर्ष 15 दिसम्बर तक गर्म जैकटें प्रदान करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने खेलकूद व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार भी प्रदान किए।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश को विकास के मामले में पूरे देश में एक आदर्श राज्य बनाने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपने पहले ही फैसले में सामाजिक सुरक्षा पैंशन के लिए आयु सीमा को 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया।
उन्होंने इस आश्रम के समीप रिडका गांव से सीटीओ के लिए एचआरटीसी की टैक्सी सेवा शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद भी किया।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
महिला एवं बाल कल्याण विभाग के निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि तीन दिवसीय इस खेलकूद व सांस्कृतिक प्रतियोगिता में छात्रों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का पूरा अवसर मिला। इस प्रतिस्पर्धा में 425 छात्रों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि आश्रमों के 150 छात्र आज राज्य के अलग-अलग विभागों में विभिन्न पदों पर कार्य कर रहे हैं।
इस अवसर पर आश्रम के छात्रों ने एक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर महासचिव बाल कल्याण परिषद पायल वैद्य, उपाध्यक्ष सक्षम गुड़िया बोर्ड रूपा शर्मा, शिमला नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट, उपमहापौर राकेश शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव निशा सिंह, उपायुक्त अमित कश्यप भी मौजूद रहे।