बदायूं सीडीओ ने की समीक्षा बैठक

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SPOT LIGHT 24

बदायूँ :
21 फरवरी। 
      बैंक के शाखा प्रबन्धको की बैंकर्स सेन्सीटाइजेशन हेतु एक दिवसीय कार्यशाला/समीक्षा बैंठक मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में अयोजित की गयी। बैंठक में अग्रणी जिला प्रबन्धक पंजाब नेशनल बैंक,  क्षेत्रीय प्रबन्धक सर्व यू0पी0 ग्रामीण बैंक, सचिव जिला सहकारी बैंक, जिला समन्वयक बी0ओ0बी0 /एस0बी0आई0, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र, परियोजना निदेशक , जिला स्तरीय अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त सहायक विकास अधिकारी (आई0एस0बी0), जिला मिशन प्रबन्धक, ब्लाक मिशन प्रबन्धक एवं समस्त पी0आर0पी0 एन0आर0एल0एम0  द्वारा उक्त कार्यशाला में प्रतिभाग किया गया।
बैठक में उपायुक्त (स्वतः रोजगार) बृजमोहन अम्बेड द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अर्न्तगत महिला स्वंय सहायता समूह, ग्राम संगठन एवं सी0एल0एफ0 के सम्बन्ध में सभी बैंकर्स को जानकारी देते हुये अवगत कराया गया कि समूहो के माध्यम से निर्धन ग्रामीण महिलाओं को समाज की मुख्य धारा में लाते हुये उनका चहुॅतरफा विकास करना हैं, उन्हे आजीविका से जोड़कर आर्थिक रूप से स्वाबलम्बी बनाकर अपने पैरों पर खड़ा करना हैं लेकिन इस प्रकिया में बैंको का अपेक्षित सहयोग ना मिल पाने के कारण आशानुरूप प्रगति नहीं हो पा रही हैं।
     मुख्य विकास अधिकारी निशा अनन्त ने समीक्षा बैंठक में सबसे अधिक सी0सी0एल0 पत्रावलियां पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक एवं बैक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं पर लम्बित पायी गयीं जिस पर उनके द्वारा रोष व्यक्त करते हुये समस्त शाखा प्रबन्धकों को कठोरं निर्देश दिये गयें कि दिनॉक 23 फरवरी 2019 तक समस्त लम्बित पत्राबलियों का निस्तारण करते हुये प्रत्येक दिन की प्रगति से अवगत कराना सुनिश्चित करें। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा दिनॉक 26 फरवरी 2019 को प्रातः 11ः00 बजे से पुनः इन्ही बिन्दुओं पर विकास भवन सभागार में समीक्षा बैठक का आयोजन करने के निर्देश दिये गये हैं। बैठक में समस्त बैंक मेनेजर को यह भी निर्देश दिये गये कि तकनीकी कमियों का भी तत्काल निराकरण करायें ताकि समूह की महिलाओं को अनावश्यक परेशानी न उठाना पडे। अग्रणी जिला प्रबन्धक पंजाब नेशनल बैंक द्वारा सभी लम्बित पत्रावलियो के निस्तारण कराने का आश्वासन भी दिया गया।
कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का उद्वेश्य गरीब ग्रामीण महिलाओं को समूह से जोड़कर उनके कौशल के अनुरूप प्रशिक्षण देकर उनके रहन-सहन के स्तर को आर्थिक रूप से समृ़द्ध करना हैं, ताकि गॉव में रहने वाली महिलायें जो आर्थिक रूप से पिछड़ीं हुयी हैं, उन्हे आजीविका से जोड़ते हुये समाज की मुख्य धारा में शामिल किया जा सके। गरीबों का आर्थिक स्तर सुधारनें कें प्रयास मात्र कागज पर नहीं होना चाहियें। यह तभी सम्भव हैं जब समस्याओं का समाधान करतें हुये सही निणर्य लेकर अपने क्षेत्र में अतिरिक्त प्रयास किया जाये। सरकारी सेवा के माध्यम से हम सभी को यह अवसर मिला हैं कि हम सब मिलकर अपने कार्यों से किसी के जीवन स्तर में सुधार ला सकते हैं, जिससे देश में एक बड़ा बदलाव आयेगा। सम्भावनायें बहुत हैं, बस हम सभी को अपनी सोच, कार्यशैली, उद्वेश्य और भावना में परिवर्तन करना हैं।