SPOT LIGHT 24
बदायूँ :
14 दिसम्बर।

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जनपद की समस्त तहसीलों पर सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न धर्मों के 133 वर-वधु विवाह के बंधन सूत्र में बंधे, जिसमें तहसील सदर में 25 जोडे़, दातागंज में 26 जोड़े, बिसौली में 37 जोडे़, सहसवान में 22 जोड़े एवं बिल्सी में 23 जोड़े जीवनसाथी बने। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में इस्लाम धर्म के 08 एवं हिन्दू धर्म के 125 कुल 133 जोड़ों ने शादी रचाई।

शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार के दर्जा राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने नवदम्पत्तियों को आशीर्वाद देते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि जीवन में सबसे बड़ा दान कन्या दान ही माना जाता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित कर एक ऐतिहासिक काम किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे एतिहासिक कार्यक्रम करने से आपस में भाईचारा बढ़ता है। सरकार बिना किसी भेदभाव के गरीब परिवारों का सहयोग कर रही है। ऐसे आयोजन समय-समय पर होते रहना चाहिए। ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी ने कहा कि केन्द्र तथा राज्य सरकार मिलकर कार्य कर रही है। गांव को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का हमारा प्रयास है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री चिंतन कर रहे हैं कि देश के अंतिम छोर तक विकास कैसे किया जाए, उसी क्रम में सरकार काम कर रही है बिना किसी पक्षपात के गरीबों का कार्य हो रहा है। सदर विधायक महेश चन्द्र गुप्ता ने कहा कि ऐसे ऐतिहासिक सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित कर जनपद नये-नये इतिहास रच रहा है। जैसा सरकार का सपना है विकास गरीब लोगों तक पहुंचे ऐसे कार्यक्रमों से विकास की एक नई धारा देखने को मिली है। शेखूपुर विधायक धर्मेन्द्र शाक्य ने भी नव दम्पत्तियों को आशीर्वाद दिया। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष हरीश शाक्य ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में जिन वर-वधुओं की शादी हो रही है, वह बड़े भाग्यशाली हैं। अपनी शादी में नेता, मंत्री और अधिकारियों को बुलाने के लिए लोग बार-बार निमंत्रण देते हैं और नहीं पहुंच पाते हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में सभी लोग मौजूद होकर वर वधुओं को आशीर्वाद दे रहे हैं। यह एक अद्भुत नज़ारा है। अब माता-पिता पर लड़कियां बोझ साबित नहीं होंगी। जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि फ़लक पर बनने वाले इन जोड़ों को ज़मी पर मिलाने में जो खुशी का अहसास हो रहा है, उसे लफ्ज़ों में ब्यां नहीं किया जा सकता। उनकी कामना है कि सभी जोड़े अपने वैवाहिक जीवन में सदा खुश रहें। ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित होते रहेंगे जिससे समाज में आपसी मतभेद दूर होगा। इस अवसर पर डीएम सहित अन्य अधिकारियों ने नव दंपत्तियों को आशीर्वाद दिया और सभी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में सहयोग करने वाले सामाजिक संगठनों का भी आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में प्रत्येक जोड़े को 20,000 रुपए वधू के बैक खाते में और 10,000 रुपए का सामान (बिछिया, पायल, बर्तन और शादी के कपड़े आदि वस्तुएं दी गई। इसके अलावा विभिन्न स्वयं सेवी संगठनों एवं लोगों ने नव दम्पत्तियों को दैनिक जीवन में आवश्यक वस्तुए उपहार भेट कीं। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में इस्लाम धर्म के 08 एवं हिन्दू धर्म के 125 कुल 133 जोड़ों ने शादी रचाई।