बदायूं की सैकडों मुस्लिम महिलाओं ने सपा अध्यक्ष को भेजा त्याग पत्र महिलाओं का कहना डेढ दशक से सपा के सदस्य और समर्थक थे

Spread the love

SPOT LIGHT 24

बदायूं

रिपोर्ट -इन्तजार हुसैन

आज दिनांक 4- 11 -2018 को समाजवादी पार्टी समर्थित महिलाएं जो लगभग 10-15 साल से समाजवादी पार्टी की सदस्य थी पार्टी का चुनाव बेहद मेहनत करके लड़ाती थी । सांसद धर्मेंद्र यादव का चुनाव भी उन्होंने 2014 में जमकर लड़ाया था धर्मेंद्र यादव की मुस्लिम विरोधी नीतियों के कारण समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और समाजवादी पार्टी की गुलामी करने वाले मुस्लिम नेताओं को चूड़ियाँ भेंट की।

राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी को भेजे तयाग पत्र में उन्होंने कहा बदायूं में धर्मेंद्र यादव भाजपा के खिलाफ चुनाव जीते हैं। मुसलमान वोटों की अहम भूमिका से धर्मेन्द्र यादव की जीत होती है ।।लेकिन धर्मेन्द्र यादव सांसद बनने के बाद भाजपा नेताओं से तालमेल रखते हैं भाजपा विधायक महेश चंद्र गुप्ता को सन 2012 में उनके बेटे विश्वजीत व भाजपा विधायक के भाई सुभाष गुप्ता के विरुद्ध डीएसओ द्वारा मुकदमा कायम कराया गया था सांसद ने अधिकारियों पर दबाव बनाकर महेश गुप्ता के भाई व बेटे के पक्ष में मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगवाई। हाल में पूर्व मंत्री पूर्व विधायक/ विधायक आबिद रज़ा का रिसोर्ट भी विधायक महेश गुप्ता से मिलकर सांसद ने तुड़वा दिया ।

हद तो तब हो गई जब साँसद धर्मेन्द्र यादव समर्थक राजेश्वर यादव ने मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली पोस्ट fb पर डाली जिसमें रामेश्वर यादव ने मस्जिदों के खिलाफ छोटे बड़े सरकार के खिलाफ व हुज़ूर की शान में गुस्ताखी की।

अब धर्मेंद्र यादव (सांसद) ने मुस्लिम विरोधी गतिविधियों को चरम सीमा पर पहुंचा दिया है । इसलिए हम सब मिलकर समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हैं । हम लोगों को सिर्फ धर्मेंद्र यादव से शिकायत है अखिलेश यादव जी आप से हमें कोई शिकायत नहीं है इसलिए इस्तीफा हम बहुत भारी मन से दे रहे हैं।

त्याग पत्र देने वाली महिलाओं में असमा , सबा, चाँदनी, फरीना बी, बेगम , निशा बेगम मौसमा, भूरी ,अफसाना सबीना बेगम ,मीना ,अफसाना, मीना मोईन, शकीला ,सगरीना, हुस्नबनो, अनीस जहां ,जहां आरा ,अनीश बानो , मेहरून निशा ,कहकशा ,नसरीन गुलिस्ता, राइन , अमरीन सबा और आसमां आदि महिलाओ ने बड़ी संख्या में सपा से त्याग पत्र दिये