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कानपुर
रिपोर्ट -हरिओम गुप्ता
मुख्यमंत्री के व जिलाधिकारी ने दिये जांच के आदेश, जिला विधालय निरीक्षक कार्यालय में दबायी गयी जांच
कानपुर नगर, अरमापुर इस्टेट कानपुर स्थित नारी कल्याण गल्र्स इण्टर कालेज, जो निकटवर्ती क्षेत्रों की गीरब छात्राओं का एक मात्र शिक्षा केंद्र है, उसकी कार्यवाहक प्रधानाचार्या व लिपिक द्वारा बाहरी लोगों के साथ मिलकर जिला विधालय निरीक्षक द्वितीय कानपुर नगर के संरक्षण में कब्जे की साजिश का आरोप लगाते हुए महिला कल्याण समिति नारी कल्याण गल्र्स कालेज विधालय प्रबन्ध समिति द्वारा प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया।
वार्ता के दौरान विधालय प्रबन्ध समिति की अध्यक्षा सीमा गर्ग, नीलिमा सिंह, शशि कुमार, सबा अख्तर आदि ने बताया कि पिदले कुछ वर्षो से नारी कलण गल्र्स इंटर काॅलेज अर्मापुर कानपुर के लिपिक विनय कुमार पांडेय, कार्यवाहक प्रधानाचार्य आशा सिंह द्वारा बाहरी अराजक एवं फर्जी लोगों के साथ मिलकर जिला विधालयक निरीक्ष द्वितीय कानपुर के संरक्षण में विधालय पर कब्जे की साजिश हो रही है। कहा इस विधालय का संचालन आयुध निर्माणी में कार्यरत कर्मचारियों व आॅफिसरों की पत्नियों द्वारा संचालित होता है तथा बाहरी अज्ञात एवं फर्जी शैलेन्द्र कुमार द्वारा इस समिति पर अपना दांवा घेाषित करना यह साबित करता है कि कुछ बाहरी अराजक तत्व इस विधालय की सम्बत्ति को अवैध रूप से हडपने का प्रयास कर रहे है। बताया आशा सिंह व विनय पंाडेय फर्जी समिति का गठन कर विधालय सम्पित्त को हडपने का घटिया प्रयास किया गया है और जिला विधालय निरीक्षण ने बिना किसी जांच के एक पक्षीय निर्णय लेते हुए विधालय प्रबंध समिति को विवादित मान लिया और एकल संचालन का आदेश भी जारी कर दिया जो साबित करता है कि जिला विधालय निरीक्षक द्वितीय कार्यलय भी इस फर्जीवोडे में शामिल है वहां का एक बाबू अराजक तत्वों के साथ मिला हुआ है। पहले डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय फर्म सोसाइटीज तथा चिटस कानपुर मंडल में व उसके उपरान्त न्यायालय उपं जिला मजिस्ट्रेट कानपुर सदर में फर्जी समिति का आवेदन किया और सुनवाई की तारीख बढवाते जा रहे है ताकि प्रबंधन की यथा स्थिति बनी रहे। जिला विधालय निरीक्षक से कई बार भेंट करने के बाद भी कोई कार्यवाही आज तक नही की जा रही है साथ ही एक फर्जी रूप से अध्यापक को भर्ती किया गया है यह सरकारी धन का दुरूपयोग है। बताया शिक्षा मंत्री द्वारा जांच के आदेश दिये जा चुके है तथा जिला धिकारी द्वारा सख्त निर्देश दिए जाने के बाद संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय इस जांच को दबाये बैठा है। बताया महापौर को भी कार्यवाहक प्रधानाचार्या आशा सिंह व लिपिक विनय पांडेय द्वारा धमकाने व वार्षिक परीक्षाफल न देने तथा तरह तरह से परेशान करने के बारे में बताया था। कहा इस स्थितियों में इस तरह की अराजकता के चलते छात्राओं-बालिकाओं का यह विधालय चनला और बचाना बहुत मुश्किल होता जा रहा है।