SPOT LIGHT 24
बदायूं
आज दिनांक 30 दिसम्बर 2018 को पूर्वमंत्री आबिद रज़ा ने विसौली विधानसभा के जनप्रतिनिधि ,मुस्लिम प्रधान, सभासद, बीडीसी मेम्बर व मोज़िज़्ज़ लोगो के साथ अहम बैठक की।
बैठक में उन्होंने कहा 2019 का लोकसभा का चुनाव नजदीक है। इस चुनाव में हमे फ़ासिस्ट ताकतों को देश से हराना है। सेकुलर ताकतों को मजबूत करना है। आज देश मे किसान,मज़दूर, मज़लूम ,मुसलमान परेशान है। उनके साथ नाइंसाफी हो रही है। हम सब को मिलकर मोदी सरकार को हटाना है। क्योंकि मोदी सरकार ने किसान,मजदूर, बेरोजगार, बेघर लोगो से जो वायदा किया था वह पूरे नही किये।हाल ही में हुए चुनाव राजस्थान, मध्य्प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना में जनता ने यह साबित कर दिया है कि देश मे अब भी सेकुलरिज्म मज़बूत है।
हम जब जब मुसलमानों के हक की आवाज उठाते हैं तब हम को कमजोर करने की साजिश की जाती है । हमें मुसलमान होने की सजा मिलती है ।प्रधान ,बीडीसी ,सभासदों से कहा तुम सब अपने इलाके के नेता हो हम आपको अपने अपने इलाके की ज़िम्मेदारी देते हैं तुम सब अपने इलाके में सेकुलर हिंदू भाइयों से दोस्ती करके फासिस्ट ताकतों को हरा सकते हो। मुसलमानों ने इस देश में 900 साल हुकूमत की है। हमें अफसोस होता है जब हम हमारी हुकूमत करने वाली कौम के नौजवानों को मजदूरी करते हुए देखते हैं। इस सब के जिम्मेदार कहीं न कहीं हमारे मुसलमान नेता भी हैं जो हमारी कौम की आवाज पार्टी फोरम पर या सीनियर नेताओं के सामने मजबूती से नहीं रखते हैं अगर जिले में कोई मुसलमान नेता हमारी कौम की आवाज उठाने को तैयार है तो आबिद रज़ा उनके पीछे खड़े होने को तैयार है लेकिन अफसोस कोई दूसरा कौम की आवाज मजबूती से रखने को तैयार नहीं है जब हम उनकी आवाज मजबूती से उठाते हैं तो हमारी टांग खींचने को तैयार रहते हैं।
सिर्फ ठेकेदार ,पदाधिकारी मुसलमान हमारी कौम को बेवकूफ बनाने के लिए अपने लालच में चुनाव में निकलते हैं तुम्हें ऐसे लोगों से सावधान रहना है।
1980 के बाद 40 साल से बदायूं लोकसभा में पैराशूट से प्रत्याशी उतारे जाते हैं और हम परदेसियों को 40 साल से जिताकर दिल्ली भेजने का काम कर रहे हैं यह बदायूं की जनता की तौहीन है।
कुछ सालों से ऐसे लोग दिल्ली पहुंच रहे हैं जो चुनाव में मंचों से भाजपा के खिलाफ बोलते हैं और जीतने के बाद फासिस्ट ताकतों से दोस्ती करके उनसे हाथ मिला लेते हैं ऐसे लोग से सेकुलर हिंदू और मुसलमानों को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं ।चुनाव जीतने के बाद कभी गंगा काटकर हिंदू धर्म की आस्था को नुकसान पहुंचाते हैं ,कभी मुसलमानो को अपनी मौजूदगी में गालियां दिलवाते हैं गुस्ताख ए रसूल की मदद करके मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करते हैं हमें फासिस्ट ताकतों के साथ साथ ऐसे लोगों से भी बदायूं से मुक्ति दिलानी है ।इसलिए 2019 का लोकसभा चुनाव सेकुलर बनाम फ़ासिस्ट ताकतें व देसी बनाम परदेसी होगा । इसलिए इसके लिए हमें आप सबका साथ चाहिए खासतौर से सेकुलर हिंदू से दोस्ती करके सियासत में आगे बढ़ो ।बैठक में आए सभी जनप्रतिनिधियों ने आबिद रज़ा को यह यकीन दिलाया कि हम उनके साथ हैं ।
सभी आए जनप्रतिनिधि आबिद रजा द्वारा चलाए जा रहे मिशन मुस्लिम राजनैतिक जागरूकता अभियान के सदस्य बने।
इस अबसर पर ग़ज़नवी प्रधान ,जाफर अली प्रधान ,नसीर खान प्रधान, नुसरत प्रधान, यासीन प्रधान, सलीम प्रधान तहज़ीब प्रधान जमीर प्रधान , डॉक्टर शकील प्रधान, आरिफ प्रधान, तफज्जुल हसन सभासद, आदिल खान सभासद, मुनीर उद्दीन सभासद ,जुबेर अली सभासद ,युसूफ हुसैन सभासद , मेंराज बेगम, शफीक अहमद सभासद ,मोहम्मद अनस सभासद ,रईस अहमद सभासद ,सरताज अहमद सभासद, इरशाद सभासद ,अच्छन भाई सभासद, बाबू सभासद, जाहिद खान बीडीसी, कल्लू सलमानी बीडीसी ,मोहम्मद आशिक बीडीसी, का मुुकारीफ बीडीसी, नवी जान बीडीसी, मुजाहिद भाई मोहम्मद तसलीम रजा ,वाहिद अली खां, आरिफ खान रईस अहमद कुरेशी ,तोहिद आलम ,बबली भाई ,वशीर, गफूर,अब्बास, अनवार खान, आरिफ, रहमान, पारस, लल्ला खान, राशीद, नसीम, अनीस, नज़ाकत, यामीन आदि बड़ी संख्या में मौजूद रहे।