SPOT LIGHT 24
बदायूँः
30 जनवरी।

अस्थाई पशु आश्रय में पशुओं के रहने एवं चारे की व्यवस्था लेखपाल एवं ग्राम प्रधान मिलकर सरकारी भूमि पर चारा स्वयं या बटाई पर बुआएं। पशु छोड़ने वाले लोगों को जेल भेजा जाएगा। अस्थाई गोवंश आश्रय बनाने वाले 48 ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया। ग्राम प्रधान लेखपाल एवं ग्राम पंचायत सचिव एकजुट होकर बचे हुए अस्थाई गोवंश आश्रय का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूर्ण कराएं।
बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में अस्थाई गोवंश आश्रय के संबंध में विकासखंड उझानी में समीक्षा की गई।

अस्थाई गौशाला निर्माण करने वाले 48 ग्राम प्रधानों को डीएम ने पुष्प माला पहनाकर सम्मानित किया। उन्होंने निर्देश दिया कि ग्राम सभा की सरकारी भूमि पर अवैध तरीके से बोई गई फसल को संबंधित बोने वालों को लेखपाल सूचित करें कि बोई गई फसल के बराबर पैसे या भूसा उपलब्ध कराएं। फसल की लागत न देने वालों की फसल को काटवाकर पशुओं को खिलाया जाए। गांव के लोग अस्थाई पशु आश्रय में रहने वाले पशुओं के लिए चारा दान करें। इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अरुण कुमार जादौन, जिला कृषि अधिकारी/ खंड विकास अधिकारी उझानी विनोद कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।