दलित बस चालक को दबंगो ने सरेराह बेहरहमी पीटाराजनैतिक दवाब के चलते पुलिस नहीं लिखी रपट।पीड़ित ने एसएसपी शिकायती पत्र देकर की कार्यबाही की मांग।

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बदायूं

रिपोर्ट -उदयवीर सिंह


अलापुर। दलित बस चालक को सरेराह दबंगों ने जमकर लाठी डंडो से पीट दिया। दबंगो के चंगुल से किसी तरह छूटे दलित ने जब मामले की शिकायत दातागंज पुलिस से की तो, पुलिस ने राजनैतिक दबाव के चलते उसकी एक न सुनी। हारा थका पीड़ित मजबूर होकर चला आया। इसके बाद उसने दातागंज पुलिस की करतूत एसएसपी के सामने रखते हुए शिकायती पत्र देकर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
राजनैतिक दबाव के चलते दातागंज पुलिस को पीड़ित के शरीर पर आए चोटों के गम्भीर निशान भी नजर नही आए। पीड़ित असहाय पीड़ा से तड़पता रहा और स्थानीय पुलिस दबाव के चलते मूकदर्शक बनी रही। दातागंज क्षेत्र के गांव नगला बसेल निबासी दयाशंकर जाटव बस चालक है। पीड़ित आरोप है कि वह 23 मार्च को बरेली से बस लेकर दातागंज आ रहा था। जैसे ही वह डिलवरी गांव के पास पहुँचा तो बेटा माधौ गांव निबासी ठाकुर बीरेश, संदीप, उदयवीर, चंद्रपाल, महेश, सूरजपाल, बीरेश, ज्ञानेंद्र, सिंह और सुरेंद्र ने बस रुकबाकर उसे सीट से नीचे खींच लिया और उसके साथ जाति सूचक गालियां देते हुए लाठी डंडे से बेरहमी से सरेराह पीटना शुरू कर दिया। बताया कि लोगो ने किसी तरह आरोपियों से बचाया। इसके बाद वह दातागंज कोतवाली गया और आरोपियों के मुकदमा दर्ज करने को तहरीर दी। पीड़ित का आरोप है दबंग ठाकुर बिरादरी के हैं जिसके चलते पुलिस ने उसकी एक न सुनी और उसे उल्टा फटकार भगा दिया।पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों को एक सत्ताधारी संरक्षण प्राप्त है जिसके चलते पुलिस ने कार्यबाही नहीं की। कार्यबाही न होने से आहत पीड़ित ने एसएसपी अशोक कुमार को शिकायती पत्र देकर कार्यबाही की मांग की है।