SPOT LIGHT 24
—————————————————24-12-2018
हिमाचल प्रदेश
शिमला
राज्य ब्यूरो-सुरेश राजटा
राजधानी शिमला के ठयोग में आज 21 साल के युवक की मौत चिट्टे नशे के कारण हुई बताई जा रही है युवक के शव के पास नशीली दवाइयां भी बरामद हुई है । यह पहला मामला है जब किसी युवक की मौत चिट्टे नशे के कारण हुई है हालांकि युवक ने कौन सा नशा किया हुआ था यह सरकारी स्तर पर साफ नही हुआ है पर इतना साफ है कि युवक की मौत नशे के ओवरडोज से हुई है । 21 साल का युवक नशे की लत के कारण मौत के ग्रास में समा गया ऐसे न जाने कितने युवक युवतियां ओर भी होंगे जो नशे के आदि बन चुके है इस मौत ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न खड़े कर दिए है कि आखिर नशा कहां से आ रहा है जो मासूम बच्चों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है ।सरकार नशे के खिलाफ सख्त हो चुकी है फिर भी नशे के सौदागरों को कोई फर्क नही पड़ रहा है कई युवक युवतियों चिट्टे के साथ पकड़े गए है । शिमला के ठयोग में हुई 21 साल के युवक की मौत से अब पुलिस और सरकार को जाग जाना चाहिए । हिमाचल प्रदेश के हर जिले में कम उम्र के बच्चे नशेड़ी बन चुके है जिनका न तो इलाज हो पा रहा है और न ही इनके परिजन इलाज करवाने की स्थिति में है । आंका यह भी जा रहा है कि हिमाचल के मंडी शहर में ही 32 युवको की मौते अब तक नशे के कारण हो चुकी है यह आंकड़ा गैर सरकारी है पर जिस प्रकार से हालात मंडी में अब भी देखे जा रहे है उसमें 3 युवको की हालात नशे के कारण दर्दनिय बनी है । मंडी जैसे हालात अन्य जिलों में भी हो सकते है । चिट्टे का नशा युवको के साथ युवतियों की पसंद भी बनता जा रहा है चिट्टे की खेप कहां से आ रही है कोई बड़ा अधिकारी या राजनेता नही बता पाया है । सरकार और पुलिस की नशा मुक्ति योजनाए धरातल में खरी नही उतर पाई है । आज 21 साल का युवक मौत के आगोश में समा गया , समय रहते अब अन्य बच्चों की जिन्दगियां बचाने के लिए सरकार ,प्रशासन को आगे आ जाना चाहिए नारे ओर सुलोगनो से नशा भागने वाला नही अगर नारे ओर सुलोगनो से काम चल जाता तो पढ़ी लिखी लड़कियां चिट्टे नशे के कारण गिरफ्तार नही होती । पुलिस सामुदायिक योजनाओ को शहर के मुहल्लों से लेकर पंचायतो तक जोर शोर से जोड़ना होगा ताकि वहां के बच्चों की सही जानकारी वहां के स्थानीय लोग इकठ्ठी करके पुलिस को दे सके* ।