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रिर्पोट पंकज ब्यूर् चीफ
कानपुर
कानपुर नगर, कृषि विश्वविधालय के बीएससी कृषि के छात्र अब बीज या शोध के पेंटेंट कराये जाने, उनकी खरीद फरोख्त में किसानो के अधिकारके साथ ही साथ छात्र किसानों तथा व्यापारियों से जुड अधिकारों के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे, जिसके लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परषिद द्वारा बीएससी कृषि के पाठयक्रम में बदलाव किया गया है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौध्धोगिकी विश्वविधालय के सहित देश के सभी कृषि विश्वविधालयों में बीएससी कृषि के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है साथ ही अनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विषय में इंटलेक्चुअल प्राॅपर्टी राइट् के कोर्स को शामिल किया गया है। सीएसए के प्रोफेसर डा0 श्वेता व डा0 राजेन्द्र कुमार यादव द्वारा कोर्स की लिखी गयी पुस्तक को सीएसए सहित मेरठ, बांदा, फैजाबाद कृषि एवं प्रौधोगिकी विश्वविधालय के पाठ्यक्रमों में शामिल कर लिया गया है। इस पुस्तक के माध्यम से छात्रो को किसानो और व्यापारियों के अधिकारो की जानकारी के साथ बीज या शोध के पेटेंट कराए जाने, उनकी खरीद फरोख्त के सम्बन्ध में भी बताया गया है। वर्तमान में बीएससी कृषि के इस नये कोर्स को मिलकर कुल पूरे कोर्स के 13 विषय है। इस नये कोर्स को इस वर्ष से लागू किया गया है।