कानपुर -शासन की आंखो में धूल झोक रहा नगर निगम

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SPOT LIGHT 24
रिर्पोट पंकज ब्यूरो चीफ
कानपुर

कानपुर नगर, कानपुर नगर में जगह-जगह कूडे के लगे हुए बडे-बडे ढेर, सडको पर फैला कूडा, बजबजाती नालियां, जाम सीवर, उखडी सडके, उडती धूल लेकिन शहर को साफ-सुथरा दर्शाने की लगातार नगर निगम द्वारा कवायद जारी है। शहर को साफ-सुथरा दिखाने के लिए नगर निगम लगातार शासन को भ्रमित कर रहा है साथ ही कूडा निस्तारण पर भी झूंठी रिपोर्ट देकर शासन की आंखो में लागतार धूल झोंकने का काम कर रहा है, लेकिन झूठ छिपता नही पूरे शहर की स्थिति नगर निगम के सभी दांवो को फेल कर रही है। वहीं कूडा निस्तारण की प्रक्रिया भी शून्य पडी हुयी है, जिसके लिए नगर निगम के अधिकारी ही जिम्मेदार है।
यू ंतो नगर निगम कागजो पर शहर को साफ-सुथरा दिखाने में कोई कमी नही छोड रहा जबकि हकीकत क्या है यह शहरवासियों को पता है। नगर निगम द्वारा लगातार शासन को झूठी रिर्पोट दी जा रही है। बतातें चले कि नगर निगम पिछले आठ सालो से उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लखनऊ को झूठी रिपोर्ट भेज रहा है, जिसमें वह दावा करता है कि पनकी स्थित भौसिंग डपिंग ग्राउंड में शहर के रोजना सैकडो मीट्रिक टन कूडा डंप किया जाता है और आईएलएडएफएस कम्पनी के द्वारा कूडा का निस्तारण किया जा रहा है, जबकि हकीकत पूरी विपरीत है। बीते वर्ष 2015 से 2017 तक इस कूडा निस्तारण के काम को अंजाम देने वाले कम्पनी ने कोई काम नही नही किया, जिसका निरीक्षण के दौरान पर्दाफाश हआ था वहीं इस मामले में कुछ दिन पहले ही प्रदूषण बोर्ड के सचिव आशीष तिवारी ने नगर आयुक्त को एनओसी लेने के सख्त निर्देश दिये थे और रिपोर्ट देने को कहा था और ऐसा न करने पर कार्यवाही को भी कहा था। बतातें चले के पनकी के भौसिंह प्लांट में कई मीट्रिक टन कूडा डंप पडा है जिसका किसी प्रकार का कोई निस्तारण नही किया जा रहा है। कूडे से बिजली बनाने का कार्य भी नही हो रहा है, क्योंकि कई वर्ष पहले एटूजेड कं0 ने कूडे से बिजली बनाने का कार्य तो शुरू किया था लेकिन वह बंद हो गया फिर 2017 में आईएलएंडएफएस ने काम शुरू किया और अधिकारियों ने जल्द कूडे से बिजली तैयार कराने का दांवा भी किया लेकिन आज तक न तो कूडे का निस्तारण हो पाया और न ही बिजली ही बन पायी। बताया जाता है कि डंपिग ग्राउंड में डपं तीस प्रतिशत कूडे से 15 मेगावाट बिजली पैदा की जा सकती है।