SPOT LIGHT 24
बदायूँ : 13 फरवरी।

लावारिस पशु छोड़ने वाले लोग अपना पशु बांधा नहीं तो भेजे जेल जाएगे। अस्थाई पशु आश्रय में पकड़कर रखने पर एक हजार रुपए प्रति पशु एवं 100 रुपए प्रति पशु प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना वसूला जाएगा। गांव में बनने वाली गौशालाओं में गांव के लोगों को जोड़ा जाए। अस्थाई पशु आश्रय स्थल का निर्माण कराने वाले 53 ग्राम प्रधान सम्मानित किए गए । अवैध रूप से सरकारी भूमि पर बोई गई फसल को पशुओं के चारे में इस्तेमाल की जाए। ग्राम प्रधान लेखपाल एवं ग्राम पंचायत सचिव मिलकर पशु आश्रय की सारी व्यवस्थाओं को पूर्ण कराएं।
बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में अस्थाई गौशाला निर्माण के संबंध में विकासखंड जगत की समीक्षा की गई। अस्थाई गौशाला निर्माण करने वाले विकासखंड जगत की प्रसन्नता व्यक्त करते हुए 53 ग्राम प्रधानों को पुष्प माला पहनाकर सम्मानित किया। उन्होंने पंचायत सचिवों को निर्देश दिए कि गांव की गौशालाओं में पशुओं के लिए चरही एवं शेड का मनरेगा के अंतर्गत पक्का बनवाया जाए। उन्होंने कहा कि पशुओं को बांधकर गांव की भलाई का कार्य किया है। किसानों को रात्रि में अपनी फसल को बचाना नहीं पड़ेगा। कृषकों की फसल का नुकसान बचेगा तो देश की उन्नति होगी। सरकारी भूमि को चिन्हित कर जानवरों के लिए चारा बुआने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जाए। भूमि पर अवैध तरीके से बोई गई फसल को संबंधित बोने वाले लोग फसल कीमत या चारा उपलब्ध कराएं। पशु चिकित्साधिकारी समय-समय पर गौशालाओं में पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण करते रहें।
डीएम ने ग्राम प्रधानों को निर्देश दिए कि 28 फरवरी तक गांव को साफ सुथरा एवं सुंदर बना लें। गांव में प्रत्येक सप्ताह फागिंग एवं एंटी लारवा दवाई का छिड़काव कराया जाए। गांव के सभी लोग झाड़ू लेकर निकल पड़े और अपने गांव को सुंदर बनाने का कार्य करें जिससे विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने ग्राम प्रधानों को निर्देश दिए कि शासन द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं में पूरा सहयोग करें। इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अरुण कुमार जादौन, एडवोकेट नेकपाल सिंह सहित ग्राम प्रधान मौजूद रहे।