आखिर अब कैसे हो पाएगी बच्चों की परवरिश, पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल

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उसैत(बदायूं)

रिपोर्ट -” नंद किशोर पाठक”


उसहैत-क्षेत्र के गांव मुगर्रा मे हिंसक सांड द्वारा किए हमले में पेट फटने से हुई युवक रामलडैते पुत्र छेदालाल की दर्दनाक मौतसे पूरे परिवार का बुरा हाल है।और पत्नी प्रवेश कुमारी तो इस तरह सुधबुध खो बैठी है कि एक दम चीख पडती है कि आखिर अब इन सभी बच्चों को कौन देखेगा, इन्हें क्यों छोड़ गए, मैं तुम्हें कहाँ ढूंढूं।

फाइल फोटो -मृतक

यह चीखें थीं हिंसक सांड द्वारा मौत के घाट उतारे मृतक रामलडैते की पत्नी प्रवेश कुमारी की।मृतक रामलडैते के दो एकड खेत दो भाइयोंके नाम पर है।उसी खेत की रखवाली करते समय रामलडैते की हिंसक सांड ने हमला कर गत सांय हत्या कर दी थी।

मृतक पर आश्रित परिवार

मृतक के पत्नी प्रवेश कुमारी केअलावा शीलेंद्र12,शीला10,प्रेमशीला 8,स्वार्थी 7,रोशनी 6,रानी 3वर्ष एवं रामकिशोर 3माह बच्चे हैं।अब इन बच्चों की परवरिश का भीषण संकट है।हर व्यक्ति के मुहं पर यही बात आ रही थी कि बच्चों की आखिर परवरिश कैसे होगी। अब देखना यह है कि ईश्वर इन दुधमुंहे बच्चों की क्या व्यवस्था करता है।